ODOP Full Form In Hindi ? ODOP क्या है ? ODOP की फूल फॉर्म क्या है ? ODOP किसने और कहा शुरू किया ? ODOP कहा और कितने जिलों में लागू है ? ODOP के उद्देश्य ? ODOP के तहत डिस्ट्रिक के नाम ?
दोस्तों हाल ही में आपने ये खबर सुनी होगी की चार बार ” नेशनल फिल्म अवार्ड ” विजेता अभिनेत्री कंगना रणौत को UP CM श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा ODOP प्रोग्राम का ब्रांड अम्बैसडर बनाया गया है । आपके मन में ज़रूर ये प्रश्न आया होगा की ODOP आखिर है क्या ?
ODOP कब शुरू हुआ, किसके द्वारा शुरू किया गया और इसका मूल उदेशय आखिर है क्या ? यह सारी जानकारी आज आपको हमारे इस आर्टिकल में पढ़ने को मिलेगी।
तो दोस्तों आइये शुरू करते है ODOP के बारे में हमारा आज का आर्टिकल, आशा करते है की आपको आपके सभी प्रश्नो का उत्तर मिलेगा।
ODOP क्या है ?
यूपी सरकार के ODOP प्रोग्राम का उद्देश्य ऐसे स्वदेशी और कहीं और ना पाए जाने वाले उत्पादों और शिल्प को बढ़ावा देना है। यूपी में ऐसी कई चीज़े हैं जो कहीं और नहीं पायी जाती हैं जैसे प्राचीन और पौष्टिक काला नमक, चावल, दुर्लभ गेहूं-डंठल आर्ट , विश्व प्रसिद्ध चिकनकारी और जरी-जरदोजी कपड़ों पर काम, और हाथीदांत के बजाय मज़बूत और आश्चर्यजनक सींग और हड्डी का काम जो जीवित लोगों के बजाय मृत जानवरों के अवशेषों का उपयोग करता है ।
इनमें से कई मरती हुई सामुदायिक परंपराएं भी थीं जिन्हें आधुनिकीकरण ( मॉडर्नाइजेशन ) और प्रचार के माध्यम से पुनर्जीवित किया जा रहा है।अन्य जिला-विशेष उद्योग बहुत सामान्य हैं, लेकिन उनके उत्पाद अभी भी उन क्षेत्रों के लिए यूनीक हैं। हींग, देसी घी, फैंसी कांच के बने पदार्थ, चादरें, गुड़, चमड़े के सामान – इन शिल्पों में विशेषज्ञता वाले जिले यूपी में हैं।
इस प्रोग्राम के तहत सरकार ने हर एक ज़िले को एक ऐसा खाद्दय पदार्थ या वस्तु असाइन की है जो उस क्षेत्र में अनोखा है। जो व्यापारी उस चीज़ का प्रोडक्शन करता है उसे सरकार की तरफ से ख़ास रियायत दी जाती है ताकि वे बाकी व्यापारियों प् भी प्रोत्साहन बढ़ा सके।
ODOP की फुल फॉर्म क्या है?
ODOP Full Form In Hindi
तो दोस्तों सबसे पहले हम ये जानते है की ODOP की फुल फॉर्म आखिर है क्या? ODOP की फुल फॉर्म है :
O – ONE
D – DISTRICT
O – ONE
P – PRODUCT
दोस्तों ODOP का पूरा नाम “ One District One Product ” है और इसे हम हिन्दी में “ वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट ” कहते हैं ।
ODOP की स्थापना ?
ODOP प्रोग्राम का उद्घाटन 24 जनवरी, 2018 को उत्तर प्रदेश दिवस के दिन उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश में किया गया था। हाल ही में अभिनेत्री कंगना रनौत को श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा ODOP प्रोग्राम का ब्रांड अम्बैसडर बनाया गया।
ओडीओपी का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में उत्पाद-विशिष्ट पारंपरिक और अनोखा केंद्र बनाना है जो पारंपरिक व्यापारों को बढ़ावा देंगे जो राज्य के संबंधित जिलों के पर्याय हैं।
ODOP कितने ज़िलों में लागू है ?
ODOP उत्तर प्रदेश के सभी 75 ज़िलों में 2018 से लागू है। उनमे से कुछ ख़ास निम्नलिखित हैं :
- आगरा – लैदर प्रोडक्ट्स
- अमरोहा – म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स
- अलीगढ़ – ताले और हार्डवेयर
- आंबेडकर नगर – कपडे की थान
- अयोध्या – गुड़
- बुदोँन – ज़री-ज़रदोज़ी
- बलिआ – बिंदी
- बस्ती – लकड़ी शिल्प
- बुलंदशहर – सिरेमिक
- गौतम बुद्ध नगर – रेडीमेड कपडे
- गोंडा – दालें
- कन्नौज – इत्र , आदि।
ODOP के उद्देश्य ?
ODOP के मुख्य उदेशय हैं :
- स्थानीय शिल्प/कौशल की रक्षा, विकास और कला का प्रचार।
- आय और स्थानीय रोजगार में वृद्धि (अंततः रोजगार के लिए प्रवास में गिरावट) ।
- उत्पाद की क्वॉलिटी और कौशल विकास में सुधार।
- उत्पादों को कलात्मक तरीके में बदलना (पैकेजिंग, ब्रांडिंग के माध्यम से)।
- उत्पादन को पर्यटन से जोड़ने के लिए (लाइव डेमो और बिक्री आउटलेट – उपहार और स्मारिका)।
- आर्थिक अंतर और क्षेत्रीय असंतुलन के मुद्दों को हल करने के लिए।
- राज्य स्तर पर सफलता से लागू होने के बाद ओडीओपी की अवधारणा को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना।
ODOP के कार्य ?
- संचलन, हितधारकों, व्यापपरियो और कच्चे माल की उपलब्धता के संबंध में डेटाबेस तैयार करना और प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
- उत्पाद के उत्पादन, विकास, प्रशिक्षण के संबंध में संभावनाओं का मूल्यांकन।
- उत्पाद विकास व प्रोत्साहन के लिए एक सूक्ष्म योजना तैयार करना, संबंधित कारीगरों और श्रमिकों के रोजगार और वेतन वृद्धि के अतिरिक्त अवसर प्रदान करना।
- जिला, राज्य, राष्ट्रीय और में विज्ञापन, प्रचार और मार्कटिंग के अवसर प्रदान करना।
- सहकारी समितियों और स्वयं सहायता समूहों (सेल्फ हेल्प ग्रुप ) की स्थापना करना।
- शिल्प और तकनीकी विकास का सामान्य और तकनीकी प्रशिक्षण।
निष्कर्ष
ODOP स्कीम उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उन्नति की ओर एक बहुत ही बड़ी पहल है। इस से न ही सिर्फ सरकार को बल्कि व्यापारियों को भी काफी लाभ है। एक तरफ जहाँ पदार्थ को बनाने वाले को लाभ है ,उसी के द्वारा उस जगह की पौराणिक परम्पराओं को ज़ारी भी रखा जा रहा है।
हमारे मानने में यह स्कीम बहुत ही अछि साबित हुई है और उत्तर प्रदेश की ही तरह बहरत के हर शहर के ज़िलों में ये स्कीम लागू हो जानी चाहिए। इस से ना सिर्फ पुरे देश का मगर उस जगह का भी उत्थान होगा। ज़िलों में व्यापार की वृद्धि और बेरोज़गारी कम होगी।
आज आपने क्या सीखा ?
- ODOP क्या है ?
- ODOP की फुल फॉर्म क्या है?
- ODOP की स्थापना ?
- ODOP कितने ज़िलों में लागू है ?
- ODOP के उद्देश्य ?
- ODOP के कार्य ?